इंदिरापुरम। वैशाली निवासी महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया। साइबर ठगों ने युवती को उसका मोबाइल नंबर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी दाउद इब्राहिम से जुड़ा होने का डर दिखाया। इसके बाद खुद को सीबीआई और आरबीआई अधिकारी बताकर चार-पांच लोगों ने युवती को वीडियो कॉल पर बुलाया। करीब एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा और 1,15,830 रुपये ट्रांसफर करा लिए। घटना 25 अगस्त की है और पीड़िता ने इसकी शिकायत भी 26 अगस्त 2024 को की थी। पुलिस ने चार महीने बाद मामले में मुकदमा दर्ज किया है। युवती ने बताया कि 25 अगस्त 2024 को उनके पास एक अंजान नंबर से कॉल आई थी। बात कर रहे व्यक्ति ने उन्हें बताया कि आपका जो नंबर आधार से लिंक है इससे मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही है। युवती ने पहले उसे कहा भी कि उनका यह नंबर आधार से लिंक नहीं है लेकिन, कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और कहा कि आपका नंबर यदि आधार से लिंक नहीं है तो आपसे वीडियो कॉल पर बात कर इसकी पुष्टि होगी। कुछ ही देर बाद उन्हें वीडियो कॉल की गई। जब उन्होंने वीडियो कॉल की तो उस पर करीब चार-पांच लोग थे। कुछ लोग खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच से सीबीआई अधिकारी और कुछ लोग आरबीआई अधिकारी बता रहे थे। एक व्यक्ति ने युवती से कहा कि उनके आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में होने और आतंकवादी इब्राहिम से बात करने में प्रयोग किया जा रहा है। इसके ठीक बाद ठगों ने परिवार को गिरफ्तार करने की भी धमकी दी।