नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को कहा कि उसने पासपोर्ट जारी करने के लिए कथित तौर पर रिश्वत मांगने के आरोप में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट सेवा केंद्र में तैनात एक पासपोर्ट सहायक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पासपोर्ट एस. गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट सेवा केंद्र के सहायक अंकुश कुमार और एक निजी व्यक्ति फरहान के रूप में की गई। 4 जुलाई को मुजफ्फरनगर के मिर्जाटिला निवासी अभिषेक कुमार ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने 1 मई को पासपोर्ट कार्यालय मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। उन्हें नियुक्ति की तारीख मिल गई और उन्होंने 19 जून को अपने दस्तावेज जमा कर दिए और अन्य औपचारिकताएं पूरी कर लीं। 3 जुलाई को जब मैं अपने पासपोर्ट के बारे में पूछताछ करने के लिए उपरोक्त कार्यालय में गया , तो अंकुश और फरहान ने 5000 रुपये की रिश्वत की मांग की और मुझसे कहा कि मुझे 10 दिनों में अपना पासपोर्ट घर पर मिल जाएगा , अन्यथा फ़ाइल अटक जाएगी। शिकायतकर्ता ने कहा कि मैंने अपना पासपोर्ट शुल्क पहले ही जमा कर दिया है, इसलिए रिश्वत नहीं देना चाहता । मुजफ्फरनगर में पासपोर्ट सेवा केंद्र गाजियाबाद में पासपोर्ट कार्यालय का एक विस्तार डेस्क है । अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी ने कहा कि आरोपी के आवासीय परिसरों की तलाशी ली गई।