इंफाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर लगभग पिछले तीन महीने से हिंसा की चपेट में है। राज्य में शांति की बहाली के लिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय सुरक्षाबलों को भेजा है, साथ ही सरकार शांति स्थापित करने के लिए वार्ताएं कर रही है। केंद्र सरकार और नागा समूहों के बीच शांति वार्ता के लिए दबाव बनाने के लिए मणिपुर के नागा बुधवार को अपने क्षेत्रों में रैलियां निकालेंगे। बुधवार सुबह 10 बजे से तमेंगलोंग, सेनापति, उखरूल और चंदेल जिलों के जिला मुख्यालयों में नागा निकाय यूनाइटेड नागा काउंसिल ने रैलियां बुलाई है, जिसको देखते हुए पूरे मणिपुर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यूएनसी ने एक बयान में कहा, ष्अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर करने में ज्यादा देरी चिंता का कारण है और इससे शांति वार्ता पटरी से उतरने की संभावना है। यूनाइटेड नागा काउंसिल ने सभी नागाओं से बड़ी संख्या में रैलियों में भाग लेने की अपील की है। अपील में कहा गया है कि 3 अगस्त 2015 को केंद्र और एनएससीएन (आईएम) के बीच ऐतिहासिक फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर के साथ शांति प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।