गुरुग्राम। दिल्ली की बिल्डर्स फर्म ने पहले 4549 वर्गफुट का फ्लैट गुरुग्राम के एक व्यक्ति को बेच दिया फिर उसी फ्लैट को दूसरी कंपनी में गिरवी रखकर करोड़ों रुपये ले लिए। वहीं, दूसरी ओर व्यक्ति से डेढ़ करोड़ रुपये लेकर उन्हें भी फ्लैट नहीं दिया। पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर कोर्ट के आदेश पर सेक्टर-50 थाने में गुरुवार को तीन आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। सेक्टर-43 निवासी राजेंद्र आनंद ने कोर्ट में लगाई याचिका में कहा कि दिल्ली की बिल्डर्स फर्म नाइनेक्स डेवलपर्स लिमिटेड से उन्होंने अक्टूबर 2016 में डेढ़ करोड़ रुपये देकर गुरुग्राम के सेक्टर-76 में नाइनेक्स प्रोजेक्ट में पहली मंजिल पर 4549 वर्गफुट का फ्लैट लिया था। फर्म ने दिसंबर 2017 तक कब्जा देने का वादा किया था। बिल्डर्स फर्म ने राजेंद्र से तीन करोड़ रुपये वापस करने का एक एमओयू भी किया था। इसके बाद फर्म के बिल्डरों ने अपने आप को फायदा पहुंचाने के लिए राजेंद्र आनंद के फ्लैट समेत 21 और फ्लैट दिल्ली के मैसर्स रेनू प्रोपटेक प्राइवेट लिमिटेड के यहां गिरवी रखकर 30 करोड़ रुपये ले लिए। जब रेनू प्रोपटेक को इसका पता चला तो उसने दिल्ली की इक्नामिक आफेंस विंग में इसकी शिकायत भी की। इसके बाद बिल्डर्स फर्म ने 2019 तक राजेंद्र को पैसे लौटाने की बात कही, लेकिन आज तक कोई पैसे नहीं दिए गए। फिर पीड़ित ने सेक्टर 50 थाने में फर्म के डायरेक्टर संदीप गर्ग, राम मेहर गर्ग व वीना गर्ग के विरुद्ध शिकायत की, लेकिन साढ़े तीन साल तक पुलिस कार्रवाई से बचती रही।