नई दिल्ली। पहलवान विनेश फोगाट ने अपना अर्जुन और खेल रत्न पुरस्कार कर्तव्य पथ पर छोड़कर चली गईं। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे उठा लिया। कांग्रेस ने इस संबंध में एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा- देश के लिए शर्म का दिन। पहलवान बजरंग पूनिया के बाद अब देश को मेडल दिलाने वाली बेटी विनेश फोगाट ने अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड प्रधानमंत्री ऑफिस के बाहर रख दिया है। पीएम मोदी और उनकी सरकार ने इन्हें इस कदर प्रताड़ित किया कि आज ये कदम उठाने को मजबूर हैं। शर्मनाक! इससे पहले, विनेश फोगाट ने 26 दिसंबर को एक्स पर पीएम मोदी को संबोधित कर एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने अर्जुन पुरस्कार और मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड लौटाने की घोषणा की थी। उन्होंने लिखा था कि उनकी जिंदगी सरकार के उन फैंसी विज्ञापनों की तरह नहीं है, जिनमें महिला सशक्तिकरण और उनके उत्थान की बात की जाती है। उन्होंने लिखा- मुझे ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था, लेकिन अब इनका मेरी जिंदगी में कोई मतलब नहीं रह गया है। हर महिला सम्मान के साथ समाज में जीना चाहती है, इसलिए प्रधानमंत्री सर, मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस करना चाहती हूं, ताकि सम्मान से जीने की राह में ये हमारे लिए बोझ की तरह न रहें।