बूंदी। बूंदी के नैनवां में तालाब में नहाते समय शुक्रवार को दो मासूमों बच्चों की मौत हो गई। परिवार में नौ दिन पहले हुई मौत के बाद 9वीं की रस्म के तहत परिवार सदस्य तालाब पर नहाने गए थे। इसी दौरान दो बच्चों को नहलाकर घर भेज दिया था, लेकिन बच्चे घर नहीं गए और थोड़ी दूर ही तालाब पर नहाने लगे। परिजन जब घर पहुंचे तो बच्चे नहीं मिलने पर तालाब पर पहुंचे तब उनके डूबने का पता चला। बच्चों को पानी में तलाश कर बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।एसआई लादू सिंह ने बताया कि विनोद खारोल के परिवार में रामस्वरूपी बाई की मौत के बाद शुक्रवार को नवीं के नहाण की रस्म को लेकर परिवार के सदस्य कनक सागर तालाब पर नहाने गए थे। इसी दौरान साथ गए आयुष ओर हर्ष को नहलाकर घर भेज दिया था। दोनों बच्चे घर नहीं गए और थोड़ी दूर तालाब पर नहाने लगे। परिजन जब तालाब से रस्म पूरी कर घर पहुंचे तो दोनों बच्चे घर पर नहीं मिले तो माथा ठनका। विनोद और अन्य सदस्य वापस तालाब पर पहुंचे और वहां बच्चों के कपडे़ देख तालाब मे डूबने की आशंका हुई। इस बीच विनोद ने ग्रामीणों के साथ तालाब में बच्चों की तलाश शुरू की। थोड़ी देर बाद बच्चे मिल गए। आनन फानन में बच्चों को नैनवां अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक बच्चों की सांसें थम चुकी थी। अस्पताल में डाक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आयुष (10) पुत्र नरेश खारोल निवासी सिमलिया और हर्ष उर्फ युवराज (11) पिता गणेश खारोल निवासी नैनवां वार्ड 8 के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द किए है। एक बच्चा विनोद खारोल के भाई और दूसरा उसकी बहन का था। दो बहनों में इकलौता था युवराज नैनवा वार्ड 8 निवासी युवराज उर्फ हर्ष दो बहनों में इकलौता भाई था। मृतक का पिता गणेश फल सब्जी का ठेला लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। बच्चे की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया।