गुरुग्राम। छह साल पहले खरीदी नई स्कॉर्पियो कार की आरसी नकली निकलने का एक मामला प्रकाश में आया है। दरअसल ये मामला तब प्रकाश में आया जब स्कॉर्पियो मालिक 2019 में जब बैंक से स्कॉर्पियो पर लोन लेने के लिए बैंक पहुंचे। सेक्टर-69 के एवेन्यू-69 में रहने वाले निरंजन कुमार पांडे ने जनवरी 2017 में सेक्टर-18 में स्टर्लिंग मोटर से स्कॉर्पियो खरीदी थी। उस समय स्कॉर्पियो का आरटीओ में रजिस्ट्रेशन के लिए डेढ़ लाख रुपया दिया था। निरंजन कुमार पांडे ने अदालत में दायर इस्तगासा में आरोप लगाया कि स्टर्लिंग मोटर कंपनी और कंपनी के सेल्स मैनेजर कपिल चौहान, अकाउंट मैनेजर मुकेश शर्मा ने रजिस्ट्रेशन के पैसे लेकर उनकी स्कॉर्पियो का फर्जी रजिस्ट्रेशन दे दिया। नवंबर 2019 में वे बैंक से स्कॉर्पियो पर लोन लेने के लिए पहुंचे। तब बैंक ने बताया कि यह स्कॉर्पियो आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड नहीं है। जिस रजिस्ट्रेशन नंबर की आरसी उनको दी गई थी। वह नंबर एचआर-26 डीसी 7565 मार्च 2017 में अनिल कुमार मेहता के नाम गाड़ी पर रजिस्टर्ड है।