नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस से अपनी ओर से साफ कर दिया है कि अगर पहलवान कहीं और प्रदर्शन करने की इजाजत मांगेंगे तो इजाजत दी जा सकती है, लेकिन अब जंतर-मंतर पर बैठने नहीं दिया जाएगा।
डीसीपी और दिल्ली पुलिस की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमन नलवा ने कहा कि रविवार को प्रदर्शन को लेकर पहलवानों से बात-चीत की गई पर उन्होंने कुछ भी सुनने से मना कर दिया। उसके बाद उन्हें हिरासत में लेना पड़ा। अगर ये कहीं और प्रदर्शन करने की इजाजत मांगेंगे तो इजाजत दी जा सकती है, लेकिन अब जंतर-मंतर पर बैठने नहीं दिया जाएगा।
पहलवान साक्षी मलिक ने रविवार के धरने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर कहा कि कल जो स्थिति बनी वह खराब थी, हम शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे थे। जंतर-मंतर से 10 कदम की दूरी पर बैरिकेडिंग की गई थी। हमें जबरदस्ती बस में उठाकर डाला गया। हमें घसीटा गया, हमें चोट भी आई। वहीं, पहलवान विनेश फोगट और संगीता फोगट की बस में मुस्कुराते हुए फोटो को एडिट करने के मामले पर साक्षी ने कहा कि सोशल मीडिया पर हमारी तस्वीरें एडिट करके डाली गई, हम परेशान थे लेकिन हमारी हंसती हुई तस्वीर एडिट की गई। हमें परेशान करने के लिए ऐसा किया गया। मुझे नहीं लगता कि यह सही है, हमें बदनाम करने की कोशिश की गई। हमने अभी आगे के बारे में नहीं सोचा है। हम आगे के बारे में बाद में जानकारी देंगे।