नई दिल्ली। आबकारी घोटाले में तिहाड़ जेल में बंद मनीष सिसोदिया की अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी होगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार कोकोर्ट को बताया कि सभी आरोपियों को आरोपपत्र की कापी दे दी गई है। इस पर कोर्ट ने कहा कि वह मनीष सिसोदिया से पूछेंगे की क्या पिछली पेशी पर उनके साथ बदतमीजी हुई थी।
इसके अलावा सिसोदिया की पेशी के दौरान भीड़ इकठ्ठा होने पर कोर्ट ने नाराजगी जताई। कोर्ट ने कहा कि अगर मीडिया पर बैन लगाने की जरूरत होगी तो उस पर भी विचार करेंगे। हिरासत में सिसोदिया को सिर्फ परिवार के सदस्यों और वकीलों से मिलने की इजाजत होगी। वह किसी बाहर के व्यक्ति से मुलाकात नहीं कर सकेंगे। मामले की सुनवाई के दौरान सिसोदिया के वकील ने कहा कि मीडिया वालों ने सवाल किया था जिसका सिसोदिया जवाब दे रहे थे उस समय कोई भी आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता मौजूद नहीं था। सिसोदिया के वकील ने आगे कहा कि जानकारी के लिए कोर्ट में सीसीटीवी फुटेज भी मांगाकर देखा जाना चाहिए। इससे मामला साफ हो जाएगा। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में अर्जी लगाई है कि सिसोदिया को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये पेश किया जाए, ताकि पिछली पेशी जैसे हालात न बने।
मनीष सिसोदिया कोर्ट के बंदी गृह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़ें। इस पर सिसोदिया ने कोर्ट से कहा कि उनकी पेशी व्यक्तिगत हो, इससे उन्हें वकीलों से सलाह लेने का मौका मिल जाता है। ईडी मामले में अब मनीष सिसोदिया के अगली सुनवाई 19 जुलाई को होगी। कोर्ट ने साफ किया कि जब तक सिसोदिया की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये पेशी को लेकर दायर अर्जी पर फैसला नहीं आ जाता, तब तक वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये ही पेशी होगी, कोर्ट में व्यक्तिगत पेशी नहीं होगी। बता दें कि करीब एक साल से सीबीआई और ईडी आबकारी घोटाले की जांच कर रही हैं। इस मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया गया है। वह फिलहाल हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं।